दिल्ली की आबकारी नीति बनाने में कथित अनियमितताओं से जुड़े मामले में लगभग 8 घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने बताया कि मनीष सिसोदिया पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया का अधिकारी से आमना-सामना कराया। इस दौरान मनीष सिसोदिया सवालों के जवाब देने से बचते नजर आए। मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में विरोध मार्च निकालेगी। AAP सीबीआई मुख्यालय तक विरोध मार्च निकालेगी।
इससे पहले मनीष सिसोदिया रविवार सुबह दिल्ली शराब नीति घोटाले मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित सीबीआई हेडक्वार्टर पहुंचे। सिसोदिया राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सीबीआई कार्यालय पहुंचे। पूछताछ से पहले उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जेल जाने से नहीं डरते।
उन्होंने कहा, “जब मैंने एक पत्रकार के रूप में अपनी नौकरी छोड़ दी थी, तो मेरी पत्नी ने मेरा साथ दिया और आज भी, मेरा परिवार मेरे साथ खड़ा है। अगर मुझे गिरफ्तार किया जाता है तो मेरे कार्यकर्ता मेरे परिवार की देखभाल करेंगे।”
सीबीआई की प्राथमिकी में आरोपी नंबर एक सिसोदिया से इससे पहले पिछले साल 17 अक्टूबर को पूछताछ की गई थी। एक महीने बाद 25 नवंबर को सीबीआई ने मामले में आरोप-पत्र दाखिल किया था। सीबीआई के आरोप पत्र में सिसोदिया का नाम नहीं था क्योंकि उस समय उनके और अन्य संदिग्धों व आरोपियों के खिलाफ सीबीआई जांच जारी थी।
एजेंसी शराब व्यापारियों व राजनेताओं के साथ कथित संबंधों, गवाहों द्वारा दर्ज बयानों में किए गए दावों समेत आबकारी नीति से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में सिसोदिया से पूछताछ करेगी। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने सिसोदिया के “करीबी सहयोगी” दिनेश अरोड़ा के कबूलनामे, “साउथ लॉबी” के कथित सदस्यों और नीति को अपने पक्ष में कराने वाले राजनेताओं व शराब कारोबारियों के समूह से मिली जानकारी के आधार पर सिसोदिया के लिए सवालों की विस्तृत सूची तैयार कर रखी है।